
देहरादून। युवा भाजपा नेत्री एवं वार्ड संख्या 18, इंदिरा कॉलोनी की नगर निगम पार्षद वंशिका सोनकर ने डेंगू के बढ़ते हुए प्रकोप को लेकर सभी लोगों से अहतियात बरतने का आग्रह किया है। पार्षद वंशिका सोनकर ने कहा कि देहरादून में डेंगू का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है। डेंगू के डंक को रोकने के लिए राज्य सरकार, स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम की टीमें अपने स्तर से प्रयास कर रही हैं लेकिन हमें भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए डेंगू के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता है।
पार्षद वंशिका सोनकर ने कहा कि अक्सर सितंबर और अक्टूबर के महीनों में ही डेंगू के सबसे ज्यादा केस सामने आते हैं लेकिन इस बार पहले ही डेंगू के मामलों में इजाफा होने लगा है। देहरादून में लगभग रोजाना ही डेंगू के नये मामले सामने आ रहे हैं। डेंगू हर साल करोड़ों लोगों को प्रभावित करता है। बारिश के बाद जगह-जगह पानी जमा हो जाता है। हमारे घरों में कईं ऐसी चीजों में पानी जमा होता है, जो कई दिनों तक खुले में पड़ी रहती हैं। डेंगू का मच्छर ऐसे पानी में ही पनपता है। मानसून के इस मौसम में खूब जमकर बारिश हो रही है और आगे भी भारी बरसात का अंदेशा जताया गया है। ऐसे में जगह-जगह काफी मात्रा में बारिश का पानी एकत्र होगा।
बता दें कि डेंगू के मच्छर से बचाव के लिए हाल ही में पार्षद वंशिका सोनकर ने अपने वार्ड इंदिरा कॉलोनी में फॉगिंग व कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करवाया था। क्षेत्र की जनता को डेंगू के डंक से बचाने के लिए पार्षद वंशिका सोनकर ने नगर निगम की टीम को साथ लेकर इंदिरा कॉलोनी वार्ड की प्रत्येक गली में फॉगिंग व दवाइयों का छिड़काव करवाया। यही नहीं वार्ड की जनता को जागरूक करते हुए उन्होंने घर-घर जाकर डेंगू से बचाव की दवाओं से भरी किट का वितरण भी किया। पार्षद वंशिका सोनकर ने कहा कि उनका प्रयास है कि वार्ड में डेंगू को पनपने से रोका जा सके।
पार्षद वंशिका सोनकर ने जनता को जागरूक करते हुए कहा कि डेंगू के मच्छर से बचाव के लिए अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने दें, टंकियों और बर्तनों को ढककर रखें। इसके साथ ही कूलर का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदलें। घर में कीटनाशक दवाई छिड़कें, बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाएं जिससे उनके हाथ-पांव पूरी तरह से ढके रहें। हो सके तो सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें व मच्छर भगाने वाली दवाइयों का प्रयोग करें। इन सभी आदतों को अपनाकर काफी हद तक डेंगू से बचाव किया जा सकता है। ध्यान रहे, सावधानी से ही बचाव संभव है। खुद भी सतर्क रहें, अन्य लोगों को भी जागरूक करें।