
देहरादून। 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रेमनगर स्थित जीआरडी डिग्री कॉलेज व जीआरडी एकेडमी के द्वारा संयुक्त रूप से जीआरडी कॉलेज के प्रांगण में योग का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में जीआरडी कॉलेज व स्कूल के प्रधानाचार्य, शिक्षकों, छात्र-छात्राओं व अभिभावकों ने योग गुरू के निर्देशन में योगा किया।

कॉलेज के प्रांगण में आयोजित योगा कार्यक्रम में आयुर्वेदिक एवं पैरामेडिकल कॉलेज की योग गुरू मेघा शिंगन ने वहां मौजूद सभी लोगों को योग के बारे में जानकारी दी और एक-एक करके सभी महत्वपूर्ण आसन करवाये।

इस दौरान जीआरडी डिग्री कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. प्रियंका ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, योग संपूर्ण जीवन पद्धति व जीवन का अनुशासन है। शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य, योग के स्वाभाविक परिणाम हैं। विश्व को योग भारतीय संस्कृति की अनमोल विरासत का वह अमूल्य उपहार है जो तन और मन दोनों को निरोगी रखता है। उन्होंने सभी से आह्वान करते हुए कहा- आइए, ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के अवसर पर हम ‘योग’ को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का संकल्प लें।

वहीं कार्यक्रम में मौजूद जीआरडी एकेडमी के प्रधानाचार्य डॉ. अभिनव कपूर ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए योग पर अपने विचार प्रकट किये। उन्होंने कहा, योग भारत की प्राचीनतम और समृद्ध परम्परा की पहचान है। योग साधना के द्वारा हम शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। योग, शरीर को रोगमुक्त ही नहीं करता, बल्कि मानसिक एवं शारीरिक रूप से मानव को सशक्त, शान्त और ओजस्वी बनाता है। योग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक साधना है। आइए, भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर, स्वस्थ जीवन के आधार रुपी ‘योग’ को अपनी दिनचर्या में नियमित रूप से शामिल करें। प्रति दिन योग करें, स्वस्थ रहें सुरक्षित रहें।